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Abstract

योग शब्द युज् धातु से उत्पन्न है, ऋग्वेद मंे भी योग शब्द प्रयुक्त हैं। भाष्यकार सायण ने कहा है कि योग का अर्थ हंेेंैेे कि जो पहले से प्राप्त नही है उसे प्राप्त करना अर्थात जोडना। उपनिषदो मे योग शब्द योगसूत्र में बताये गये अर्थ में प्रयुक्त हुआ है। श्वेताश्वतरोपनिषद्् में ध्यान शब्द प्रयुक्त हुआ है इसी उपनिषद में ध्यान तथा प्राणायाम का उल्लेख है। कहा गया है कि योग के लिए उचित आसन आवश्यक है।

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