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Abstract
शारीरिक श्रम व व्यायाम , प्रणायाम , द्वारा ऊर्जा को शरीर में उचित रूप मे संचय करके बलवान व शक्तिशाली व स्वस्थ्य जीवन जिया जा सकता है। किस प्रकार हम अपनी जीवन शैली में परिवर्तन करें जिससे की शरीर में ऊर्जा तथा किये गये व्यायाम प्रणायाम के कारण जो ऊर्जा का रूप संचित हो , वह एक स्वस्थ्य जीवन जीेने के लिए आवश्यक हो।