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Abstract
वैश्वीकरण आज के युग की अपरिहार्यता है जिसके प्रभाव से विश्व का कोई भी देश अछूता नही रह सकता। वैश्वीकरण ने निसन्देह भरतीय महिलाओं की स्थिति क¨ प्रभावित किया है। जीवन के हर क्षेत्र में महिलायें अपनी योग्यता क्षमता के बल पर झण्डे गाड़ रही है। देश के विकास में उनकी भागीदारी ने उन्हे अबला कमजोर से सबला और समर्थ सिद्ध कर दिया है। आज की रोल माॅडल इंदिरा नूरी ओपरा विनफ्रे, किरण देसाई, नैसी पिलोसी, सिगोलेने राॅयल, हिलेरी क्लिंटन जैसी महिलाऐं तथापि समाज की बहुसंख्यक महिलाऐं मूलभूत मानवाधिकारों से वंचित हैं, निरक्षर हैं, शोषित और पीड़ित हैं।